UTI Nifty 50 Index Fund क्या है?

UTI Nifty 50 Index Fund क्या है? यूटीआई निफ्टी 50 इंडेक्स फंड एक म्यूचुअल फंड है जो उन्ही शेयर्स / स्टॉक्स में निवेश करता है जो Nifty 50 की सूचि में शामिल है. इस fund का उद्देश्य यही है की  सूचि मे मौजुद कंपनियों के प्रदर्शन के अनुसार ही रिटर्न देना. सरल भाषा में – अगर आप निफ्टी 50 के स्टॉक्स में निवेश करना चाहते है तो उसके लिए UTI द्वारा एक mutual fund है जिसे UTI Nifty 50 Index Fund कहते है. इस fund को सँभालने का काम UTI (Unit Trust of India) करती है.

UTI Nifty 50 Index Fund का स्वभाव.

इस fund की शुरुआत 2000 में हुयी थी. 31 Dec’ 2024 तक इसका AUM 20,010 Cr. का था. (AUM = Asset Under Management. अर्थात यह fund बीस हज़ार करोड़ का निवेश संभालता है.) यह एक Open End म्यूच्यूअल फण्ड है. इसका मतलब है आप जब चाहे पैसे डाल सकते है और निकाल सकते है. जहाँ तक risk (जोखिम) की बात करे तो यह फण्ड ‘moderate risk’ की श्रेणी में आता है. 31st Dec 2024 को इसका NAV ₹160 था. अब यह NAV क्या होता है?

NAV क्या होता है?

NAV का मतलब है Net Asset Value. इसका उदाहरण देखते है. मान लीजिये आपने एक pizza ख़रीदा जिसकी कीमत थी 1,000. अब आपने इस pizza के 10 बराबर टुकड़े किये. मतलब एक टुकड़े (1 unit) की कीमत हो गयी ₹100. ठीक उसी प्रकार जब आप एक Mutual Fund खरीदते है तो उसके बदले आपको उसके units मिलते है.

तो अगर आपने 31st Dec 2024 को इसमें 5,000 निवेश किये होते तो उसके बदले आपको 31 units मिले होते. अगर NAV का मूल्य बढ़ता है तो इसका मतलब वह फण्ड अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. जहाँ तक इस फण्ड के Annualised Return की बात करे, तो पिछले सात सालों में इसने 12.47% दिया है. Annualised Return को ही CAGR कहते है.

UTI Nifty 50 Index Fund का Portfolio क्या है?

जो कम्पनियाँ NSE Nifty 50 में शामिल है वही इसके Portfolio में है. भारतीय शेयर बाज़ार में 11 sectors (क्षेत्र) है. कोई भी कंपनी क्या काम करती है, इन सभी को वर्गीकृत करने के लिए सेक्टर्स में विभाजित किया गया है. जब हम किसी कंपनी में निवेश करते है तो देखना यह होता है की वह किस sector में आती है.

उदाहरण के लिए आपने ₹5000 में Tata Motors, Wipro और Infosys के कुछ शेयर्स ख़रीदे. तो इसका मतलब आपने Automobile और IT (Information Technology) दो सेक्टर्स में निवेश किया है. इसी तरह म्यूच्यूअल फंड्स का Portfolio होता है. आइये UTI Nifty 50 Index Fund का Portfolio देखते है.

Sector

Investment

Financial Services

34%

Information Technology

14%

Oil, Gas & Consumable Fuels

10%

Fast Moving Consumer Goods (FMCG)

8%

Automobile & Auto Components

7%

Healthcare

4%

Telecommunication

4%

Construction

4%

Metals & Mining

3%

Power

3%

Expense Ratio समझना ज़रूरी क्यूँ है?

NAV क्या है यह हमने जान लिया. लेकिन म्यूच्यूअल fund में हमें Expense Ratio की भी जानकारी होनी चाहिए. जब भी कोई नया म्यूच्यूअल फण्ड बाज़ार में आता है तो उसे New Fund Offer (NFO) कहते है और उसका NAV शुरू होता हो ₹10 से.

Fund के प्रदर्शन को देखते हुए उसके NAV में उतार चढाव देखने को मिलता है. Funds को सँभालने के लिए, उन्हें manage करने के लिए AMC’s अपने निवेशकों से सालाना (yearly) कुछ fees लेती है, जैसे की 1% या 2%. इसे ही Expense Ratio कहते है.

Mutual Fund में expense ratio प्रति दिन कटता (deduct) है. मान लीजिये किसी म्यूच्यूअल फण्ड का Expense Ratio 2% है. तो आपको हर रोज़ आपके NAV पर 2/365=0.0054% fees देना होगा. Expense Ratio का NAV से गहरा सम्बन्ध है. आइये समझने की कोशिश करते है.

मान लीजिये एक नया mutual fund आया जिसमे 10 लोगों ने 10,000 प्रति व्यक्ति निवेश किये.

तो इसका AUM हो गया ⟹1,00,000.

अब हर व्यक्ति को उस म्यूच्यूअल फंड्स के कुछ units मिले.

कितने मिले? ⟹ 10,000÷10=1,000 units.

अब मान लीजिये 6 महीने बाद उस fund में 10% की बढ़ोतरी हुयी. (मतलब आपके दस हज़ार के ग्यारह हज़ार बन गए.)

तो अब AUM का मूल्य हो जायेगा ⟹ 1,00,000+10%=1,10,000

तो अब इसका नया NAV हो जायेगा ⟹ 1,10,000÷10,000=11

लेकिन यह NAV जो 10 से 11 रुपये हुआ है यह असली NAV नहीं है. इसमें Expense Ratio होता है. विभिन्न फंड्स के expense ratio विभिन्न होते है. Expense Ratio हमेशा सालाना (yearly) होते है. मान लीजिये इस case में expense ratio है 0.6%. तो आधे साल का expense ratio लगेगा 0.3%. तो इसका असली NAV बनेगा,

⟹11-0.3%=₹10.967

तो 6 महीने बाद अगर आप अपना पैसा निकालते है तो आपको 11,000 नहीं बल्कि ₹10,967 मिलेंगे. वैसे Index Fund में expense ratio कम ही होता है क्यूंकि यह फंड्स passive management के अंतर्गत आते है जहाँ स्टॉक्स का चुनाव नहीं करना होता है. इन्हें बस Nifty 50 की राह चलना होता है.

UTI Nifty 50 Index Fund में निवेश के फायदे.

  • Indirectly पचास ब्लू चिप कमपनियों में निवेश का मौका.
  • Expense Ratio कम होने के कारण पैसे बचते है.
  • Risk बोहोत ज्यादा नहीं है क्यूंकि अपने अपने सेक्टर्स की दिग्गज कंपनियों में निवेश करता है जो Fundamentally strong माने जाते है.
  • इन्हें stock exchange पर ख़रीदा बेचा जा सकता है.

Tax

  • Short Term Capital Gain (STCG) : अगर एक साल के अन्दर आप units बेचते है तो 15% tax लगेगा.
  • Long Term Capital Gain (LTCG) : एक साल बाद अगर आपका मुनाफा 1,00,000 के ऊपर है तो 10% tax लगेगा.

UTI Nifty 50 Index Fund में निवेश कैसे करे?

  • UTI Mutual Fund की website पर जाकर KYC पूरा करे और मनचाहा निवेश का विकल्प चुनकर शुरू करे.
  • ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे की Zerodha, Groww etc. में अपना demat account बनाये और एक ही बार में lump sum राशी भरकर अथवा SIP के माध्यम से शुरू करे.

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