Mutual Fund Distributor क्या होता है? वो कितना कमाते है? इसका क्या scope है? आज हम इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानेंगे. Mutual Fund Distributor (MFD) को समझने से पहले हम एक नज़र Mutual Fund पर डाल लेते है.
Mutual Fund (MF) दरअसल investment का ही एक प्रकार है. यह एक ऐसा Fund होता है जहाँ बोहोत सारे लोग पैसा डालते है. फिर एक Fund Manager इस बात का ध्यान रखता है की इस पैसे को कहा invest करना है. जैसे की Bonds, Equities, Gold etc. यह Fund Managers देश की अर्थ व्यवस्था, share market, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार की अच्छी जानकारी और समझ रखते है. इनका मकसद सिर्फ यही होता है की निवेश करते वक़्त risk कम हो और return ज्यादा.
वैसे अगर भारतीय Mutual Fund के मूल्यांकन की बात करे तो 2020 में इसकी कीमत 22 लाख करोड़ थी जो बढ़कर 2024 में 54 लाख करोड़ हो गयी. इसकी रफ़्तार को देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की 2030 में इसकी कीमत 100 लाख करोड़ हो जाएगी. ऐसे में ज़ाहिर सी बात है की और Mutual Fund Distributors आयेंगे जो भविष्य में अच्छा पैसा बनायेंगे. चलिए अब Mutual Fund के प्रकार देखते है.
Mutual Fund के प्रकार: MF के दो प्रकार के होते है. Open end और Close end. Open end में आप जब चाहे पैसे डाल सकते है और निकाल सकते है. वही Close end में आप अपना पैसा एक निर्धारित समय के बाद ही निकाल सकते है जिसे हम maturity period भी कहते है. MF की बोहोत सारी category और sub categories होती है. Small cap, Mid cap, Large cap वगैरह वगैरह.
आप अपने risk के अनुसार category चुन सकते है. जैसे की high return चाहिए तो high risk लेना होगा जिसके लिए small cap है. ठीकठाक risk और ठीकठाक return के लिए mid cap है और कम risk और normal returns के लिए large cap है. आप चाहे तो Sectoral fund में भी invest कर सकते है. अगर हम Nifty की बात करे तो उसमे 24 sectors है. उदाहरण के लिए Pharma, IT, Real Estate, Auto, Bank etc. अगर आप चाहे तो इसमें थोडा थोडा पैसा हर महीने लगा सकते है जिसे हम Systematic Investment Plan (SIP) कहते है. इसके आलावा आप एक बार में बड़ी राशि लगा सकते है जिसे हम Lump sum amount कहते है. अब आपको अंदाज़ा आ गया होगा की Mutual Fund क्या है. अब सवाल यह उठता है की Mutual Fund बनाता कौन है, तैयार कौन करता है?
Asset Management Company (AMC) ही Mutual Fund issue करती है. सरल भाषा में यही कम्पनियां investor से पैसे लेकर भिन्न भिन्न securities में invest करती है, ताकि भविष्य में ज्यादा से ज्यादा return निकाल सके. May 2024 के अनुसार, भारत में 44 asset management companies (AMC’s) है. इन AMC’s को Mutual fund houses भी कहते है और यह सभी Association of Mutual Funds in India (AMFI) से registered है. यह कम्पनियाँ 2500 से ज्यादा mutual fund schemes offer करती है. अब इतने सारे funds में से कौन सा fund अपने लिए सबसे अच्छा है, यह चुनना investor (निवेशक) के लिए मुश्किल हो जाता है. इसलिए उनकी मदद के लिए MF Distributor आगे आते है.
MF Distributor अपने इन्वेस्टर के risk appetite, goal, period को ध्यान में रखते हुए अपने knowledge और expertise के आधार पर investor को best scheme चुनने में मदद करते है. इसके आलावा वो mutual fund को खरीदने और बेचने की पूरी journey में guidance भी देते है. इससे आप समझ गए होंगे की एक MF Distributor के पास ज़बरदस्त knowledge होता है.
MF Distributor Vs Advisor
MF Distributor जुड़ा होता है AMC’s (Asset Management Companies) के साथ और इन्हें कमीशन भी उन्ही से मिलता है जबकि advisor अपने इन्वेस्टर से कमीशन लेते है, क्यूंकि वो अपनी service दे रहा है, अपनी सलाह दे रहा है. SEBI ने यह सुनिश्चित कर रखा है की आप यदि distributor है तो आप distribution संभालेंगे और अगर आप advisor है तो advisory करेंगे.
FAQ’s
Q: MFD के लिए क्या योग्यता चाहिए?
A: आपकी आयु 18 वर्ष होनी चाहिए. आपको National Institute of Securities Markets (V-A): Mutual Fund Distributors Certificate Examination पास करनी होगा.
National Institute of Securities Markets (NISM) की परीक्षा पास करनी होगी. इस परीक्षा में बैठने के लिए आपका कम से कम 10th pass होना आवश्यक है.
Exam देने के लिए आपको Association of Mutual Funds in India (AMFI) की website पर जाना होगा.
(AMFI) link: https://www.amfiindia.com/distributor-corner/become-mutual-fund-distributor
Q: NISM का exam criteria क्या है?
A: यह परीक्षा online और offline दोनों mode में दी जा सकती है. site का link निचे दिया गया है.
NISM Certification Registration Portal –https://certifications.nism.ac.in/nismaol/
Online registration for ARN and EUIN – https://amfi.camsonline.com/amfi-online/#/sessions/login
इस परीक्षा के लिए registration fees 1500 Rs है. यह परीक्षा दो घंटे की होती है जिसमे सौ सवाल पूछे जाते है. परीक्षा पास करने के लिए कम से कम 50 marks लाने होते है. इस certificate की validity तीन साल की होती है. वह इसलिए क्यूंकि mutual fund के बाज़ार में नए नए बदलाव होते रहते है और इसलिए AMFI इस बात का ध्यान रखता है की एक MFD इन बदलाव को लेकर updated रहे. इस mutual fund industry को manage करने के लिए AMFI सभी MFD’s को एक खास number प्रदान करती है जिसे ARN Number कहते है.
Q: Mutual Fund को regulate कौन करता है?
A: Mutual Fund को Securities and Exchange Board of India (SEBI) regulate करती है. कोई भी नया mutual fund जब SEBI के पैमाने में खरा उतरता है, तब जाकर सेबी उसे approve करती है. जब यह नया mutual fund बाज़ार में आता है तब इसे New Fund Offer कहते है.
Q: MFD की जिम्मेदारी क्या है?
A: MFD की जिम्मेदारी यह है की वह अपने client से discuss करने के बाद, उनका risk appetite (जोखिम लेने की क्षमता) समझ लेने के बाद एक MF को उनके portfolio में add करे. इसके साथ हर तिमाही उस Mutual Fund को analysis करना, उसे review करना है भी MFD की जिम्मेदारी है. अपने client के documentation को भी up to date रखना, उसका KYC करना, अर्थात सारा कागज़ी काम संभालना, यह भी MFD का काम है.
Q: MFD कितना कमाते है?
A: MFD को उसके काम का कमीशन मिलता है. वही उसकी कमाई होती है. और यह कमीशन Fund houses देते है. आमतौर पर client के portfolio के value का 0.5% – 1% उनका कमीशन होता है. उदाहरण के लिए किसी इन्वेस्टर का portfolio अगर दस लाख का है तो उस पर एक MFD, पांच हज़ार से दस हज़ार सालाना कमाता है. इस तरह अगर आपके पास सौ client है तो आप साल का कितना कमा सकते है, ज़रा गणित करके देखिये.
वैसे बोहोत से MFD’s है जो 500 करोड़ से अधिक का portfolio संभाल रहे है. अगर हम इसका एक प्रतिशत भी पकडे तो पांच करोड़ की कमाई है. लेकिन ध्यान रहे की कमाई आसानी से नहीं मिली है. इसके लिए बाज़ार, उसकी चाल, sectors, share market का ज्ञान और अनुभव दोनों चाहिए जो वक़्त के साथ मिलता है. यह कोई rocket science नहीं है और अगर इसे गंभीरता से लिया जाये तो बोहोत पैसे कमाए जा सकते है.
Q: MF Distributor का क्या scope है?
A: इस बात में कोई दो राय नहीं की आज की तारीख में लोगों की financial literacy पहले की अपेक्षा बढ़ गयी है. इसकी वजह है की लोगों में जागरूकता. भारत की बढती नौजवान पीढ़ी tech savvy होने के साथ साथ investment में भी रूचि दिखा रही है. हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है की भविष्य के लिए पैसे जोड़ना कितना महत्वपूर्ण है और उसके लिए Investment कितना ज़रूरी है. Corona काल से पहले भारत में demat account धारकों की संख्या चार से पांच करोड़ के बिच थी. आज यह संख्या बढ़कर सोलह करोड़ तक पहुँच गयी है. इन सभी बातों से आप अंदाज़ा लगा सकते है Mutual Fund Distributor भविष्य में अच्छा पैसा बनायेंगे क्यूंकि एक बोहोत बड़ा वर्ग Mutual Fund में निवेश कर रहा है. अब यह आपकी जिम्मेदारी है की ट्रेन छूटने से पहले इसमें बैठ जाये.
Conclusion (निष्कर्ष)
अंत में, एक Mutual Fund Distributor का काम निवेशकों को उनके financial goals और उनकी risk को ध्यान में रखते हुए mutual fund schemes से अवगत कराना होता है. MFD बनने पर आपकी शुरुआत एक Small scale distributor फिर Mid level distributor और अंत में Top-tier distributor बनकर ख़त्म होगी. आपका AUM (Assets Under Management) कितना है इसपर आपका पैसा बनेगा.