Business कैसे start करे?

 

Business कैसे start करेBusiness कैसे start करे? पैसे कैसे कमाए? देखिये business या व्यवसाय करना कोई आसान काम नहीं है. कुछ लोगों का नजरिया होता है की चलो फलां फलां business करके देखते है. चल गया तो अच्छी बात. दूसरी ओर वो लोग होते है जो business को गंभीरता से लेते है. उनकी सोच, उनका vision बोहोत बड़ा होता है. जब उनका उनका vision बड़ा होता है तो वो अच्छी तरह जानते है की business की नींव मजबूत होनी चाहिए.  तो आइये नज़र डालते है कुछ ऐसी बातों पर जिनका ध्यान हमें व्यवसाय शुरू करते वक़्त रखना चाहिए.

1. स्थान बनाये – मान लीजिये एक सरकारी office है और वहां आस पास एक रेस्तरां है. ज़ाहिर सी बात है वहां लोगों की भीड़ होगी ही. ऐसे में वहां रेस्तरां या नाश्ते की दूसरी दूकान डालना मुर्खता होगी. अब चूँकि वहां सरकारी office है तो एक xerox की दूकान डाली जा सकती है क्यूंकि लोगों को उसकी ज़रूरत पड़ेगी ही. कहने का मतलब है आप ऐसा क्या बेच सकते है जिससे लोग आपके पास आये, यह पता होना चाहिए. एक बार आपने जगह बना ली तो वक़्त के साथ वो और मजबूत होती जाती है. अगर आपके घर के आस पास कोई college या hostel है तो आप mess service भी शुरू कर सकते है. क्यूंकि college में विद्यार्थी साल दर साल आते ही रहेंगे. और मान लीजिये कोई पहले से ही mess service चला रहा है तो पता करे उसके खाने का स्वाद कैसा है, पैसे कितने लेता है. उन विद्यार्थियों से पूछे. अगर वो खाने से खुश नहीं है, तो इसका मतलब है आप वहां पर उनके लिए विकल्प बन सकते है.

2. Customer को जाने – आपके पास business आईडिया आ गया, बढ़िया! अब आगे अपने customer को समझना ज़रूरी है. उनकी मानसिकता को समझना ज़रूरी है. मान लीजिये किसी जगह की जनसँख्या पांच हज़ार है. अब ज़ाहिर सी बात है वहां पर पहले से किराना स्टोर्स होंगे. आप आईडिया लेकर आते है की हम वहां super market शुरू करेंगे. आजकल चलन में भी है. आपने super market शुरू कर दिया. लेकिन दस महीने हो गए लोग कुछ ख़ास आ नहीं रहे है. बिजली, staff salary इन खर्चों की मार अलग. तो आखिर लोग क्यूँ नहीं आ रहे है. वह इसलिए क्यूंकि super market का चलन बड़े शहरों में है, क्यूंकि वहां आमदनी भी ज्यादा है. वहां लोगों को पैसे खर्च करने की आदत है. अब आपने जहाँ super market शुरू किया, हो सकता है वहां उन लोगों की तादाद ज्यादा है जो तोल मोल कर खरीददारी करने में यकीन रखते है. याद रखिये की lower class, middle class और upper class यह हमारे यहाँ की सच्चाई है. आप इन तीनो को किस तरह अपनी ओर आकर्षित कर सकते है यही आपका हुनर है.

3. Company Registration – मान लीजिये आपने आपके दिमाग में एक business idea आया, आपने कुछ लोग भी इकठ्ठा कर लिए अब जो चीज़ सामने आती है वो है कम्पनी का पंजीकरण अर्थात Company Registration. हमारे भारत देश में सात प्रकार के company registration होते है. पहला, One Person Company Registration. दूसरा, Sole Proprietorship Registration. तीसरा, Partnership Firm Registration. चौथा, Limited Liability Partnership (LLP) Company Registration. पांचवा, Private Limited Company Registration. छ:ठा, Public Limited Company Registration और सातवाँ Section 8 Company Registration. आप अपने कम्पनी के प्रकृति के हिसाब से इनमे से किसी भी एक में पंजीकरण करवा सकते है.

4. Manpower (लोग) – किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए सही लोगों की ज़रूरत होती है. सहो लोगों को चुनने के लिए उनका interview ले. उनका अनुभव जाने. इस बात पर गंभीरता से विचार करे की क्या यह व्यक्ति मेरे business को बढ़ने के लिए योग्य है या नहीं. उसके बाद ही अपना निर्णय ले. पूर्व में कई उदहारण है जहाँ लोगों ने बड़ी टीम बनाकर business चलाने की कोशिश की लेकिन असफल हुए. उनकी जमापूंजी तेज़ी से ख़त्म हुयी और अंत में business डूब गया. ऐसी चीजों से सावधान रहे. जितनी ज़रूरत हो उतने लोगों से ही काम चलाये. हो सकता है आपको सफलता में थोड़ी देरी हो लेकिन यह किसी बड़े नुकसान से बचा लेगा.

5. Income tax – Loan लिया है तो चुकाना पड़ेगा ही और आय (income) हुयी है तो tax तो भरना पड़ेगा ही. जी हाँ. यह एक ऐसा विषय है जिसे चाहकर भी नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता. इसके लिए सीधा सा उपाय है की एक CA (chartered accountant) की सहायता ले. अगर आप एक business man है, किसी व्यवसाय के मालिक है तो आपको tax संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी होनी ही चाहिए. हो सकता आज आपका व्यवसाय छोटा हो लेकिन उसमे बड़ा होने की क्षमता है, तो इसका सीधा असर आपकी होने वाली आय पर पड़ेगा ही. नियमित रूप से tax भरने का एक बड़ा फायदा यह है की भविष्य में बैंक से क़र्ज़ लेने की ज़रूरत पड़ी तो आपको loan के लिए दिक्कत नहीं आएगी.

6. गुरु – अगर आप business को लेकर वाकई गंभीर है तो यह अभी से जान लीजिये की business में उतार चढाव देखने को मिलेंगे. परिस्थितियाँ क्या रहेगी कोई नहीं जानता. इसलिए ज़रूरी है की हमें किसी का मार्गदर्शन मिलता रहे. अब business के लिए मार्गदर्शन कोई बाबा या अलौकिक शक्ति तो देगी नहीं. क्यूंकि जब जेब से पैसा निकल जाता है तो सारी शक्तियां और बाबा के प्रवचन धरे के धरे रह जाते है. इसलिए समय समय पर उन सफल व्यक्तियों के बारे में पढ़ते रहे जिन्होंने अपने कारोबार को ऊँचाइयों तक पहुँचाया है. उनके द्वारा लिखी गयी किताबें पढ़े, उनके अनुभव को समझे. याद रखिये अधिकतर सफल business men की एक आदतों में किताबें पढना भी शामिल है. आजकल कई business man seminar का आयोजन करते है जहा वो लोगों को मार्गदर्शन देते है. ऐसे आयोजनों में ज़रूर जाए. आखिर एक इन्सान दुसरे इन्सान से ही सीखता है.

तो दोस्तों यह कुछ बातें थी जो शायद आपके काम आ सकती है. याद रखिये business शुरू करना मिट्टी में बीज बोने जैसा ही है. समय के साथ ही पौधा पेड़ में परिवर्तित होता है. यह पेड़ आपको रातों रात फल नहीं देगा. लेकिन आप जितने जल्दी शुरू करेंगे आपके लिए उतना फायदेमंद होगा.

Leave a Comment