Direct Tax Code! आखिर यह है क्या? और क्यूँ इसका शोर मच रहा है? तो इसे समझने से पहले यह जान ले की Income tax Act 1961 ख़तम होने जा रहा है और उसकी जगह DTC याने Direct Tax Code आएगा. इसे February 2025 के बजट में पेश किया जायेगा और April से यह लागू हो जायेगा. वैसे भारत की केंद्र सरकार इसे GST लागू करने के दो साल बाद ही लाना चाहती थी, अर्थात 2019 में. पर GST को समझने में, ठीक करने में ही काफी समय निकल गया.
इससे पहले हम DTC की तरफ बढे, भारत के taxation system को थोड़े में समझ लेते है. भारत में tax system को दो भागों में विभाजित किया गया है – Direct और Indirect Tax. इसके आलावा साल 2017 में भारत सरकार ने Goods and Service Tax (GST) जोड़ा था.
Direct Taxes की मुख्य बातें.
वो taxes जो सीधे व्यक्तियों (individuals) या कॉर्पोरेट संस्थानों (corporate institutions) पर लगाए जाते हैं वो Direct Taxes कहलाये जाते हैं. आइये इसके कुछ उदहारण देखते है.
1. Income Tax – आपकी आमदनी पर लगने वाला tax. अगर आप नौकरी करते है तो जो तनख्वाह मिलती है उस पर लगने वाला tax. अगर आप डॉक्टर है, वकील है तो जो भी पैसे कमाते है उसपर लगने वाला tax Direct Tax की श्रेणी में आता है.
2. Corporate Tax – अगर आपकी कोई कम्पनी है और उसने मनाफा कमाया (कम्पनी ने) तो उस मुनाफे पर लगने वाला टैक्स Corporate tax की श्रेणी में आता है.
3. Capital Gains Tax – संपत्तियां जैसे की घर, ज़मीन, stocks (शेयर), बांड्स को बेचने पर जो मुनाफा हुआ उसपर लगने वाला tax.
4. Property Tax – वह tax जो हम नगरपालिका को अपने संपत्ति के मूल्य पर चुकाते है. जैसे की घर का tax.
तो Direct Taxes वह है जो हम सीधा सरकार को देते है.
Indirect Taxes की मुख्य बातें.
Indirect taxes वह है जो goods and services (उत्पाद और सेवा) पर लगाये जाते है. यह tax आम तौर पर goods and services की कीमत में शामिल होते है.
1. GST – किसी वस्तु या सेवा की सहूलियत लेने पर लगने वाला टैक्स. पहले VAT (Value Added tax), Service Tax, Excise Duty etc. चीज़े थी जिसकी जगह अब GST ने लिया है.
2. Custom Duty – किसी भी प्रकार के goods के import (आयात) या export (निर्यात) करने पर लगने वाला tax.
3. Stamp Duty – क़ानूनी दस्तावेज़ अर्थात legal documents पर लगने वाला tax. आमतौर पर राज्य सरकार यह tax लगाती है.
Indirect Tax में जो आखिरी उपभोक्ता (customer) है वही इस tax को वहन करता है. चलिए अब Direct Tax Code को समझने की कोशिश करते है.
Direct Tax Code
भारत की टैक्स प्रणाली Income Tax Act 1961 के अंतर्गत काम करती है. यह Act बहुत पुराना और जटिल है. एक आम आदमी के लिए यह समझना बहुत मुश्किल है. इसमें deductions, exemptions, multiple tax rates, special rate of taxes वगैरह वगैरह है जो अपने आप में बहुत बड़ा सिरदर्द है. इसे सरल बनाने के उद्देश्य से Direct Tax Code लाया जा रहा है. वैसे Direct Tax Code की कहानी पूरानी है. इसका पहला ड्राफ्ट 2009 में तैयार किया गया था और 2010 में इस पर पार्लियामेंट में चर्चा भी हुयी थी.
Income Tax department ने अगस्त 2024 में यह जानकारी दी थी की भारत की जनसंख्या में से केवल 5% लोग इनकम टैक्स file करते है. उसमे से भी IT refund पाने के बाद केवल 1.2% लोग प्रभावी रूप से Income Tax भरते है. सरकार का मानना है की Direct Tax Code लागू हो जाने के बाद भारत में असली tax payer की तादाद 1.2% से बढ़कर 7% हो जाएगी. सरकार का मानना है की ऐसा हो जाने पर भारत का मध्यम वर्ग जो tax का बोझ झेलता है वह कम हो जायेगा.
भारत में Tax slab:
Net Income Range 673_c2105a-a2> |
Tax Rate 673_e862d3-78> |
6 लाख – 9 लाख 673_3549a9-fc> |
10% 673_144c67-fc> |
9 लाख – 12 लाख 673_3a45ea-2c> |
15% 673_65312d-60> |
12 लाख – 15 लाख 673_34d7ee-03> |
20% 673_ff0440-a9> |
15 लाख से ऊपर 673_9ab1d3-f5> |
30% 673_15a5ac-72> |
उपरोक्त टेबल में देख सकते है की भारत में सबसे बड़ा tax slab 30% का है. DTC लागू होने पर surcharge हट जायेगा और यह तीस से बढ़कर 35% हो जायेगा. मतलब आपको अब 35% tax भरना पड़ेगा. यह शर्त उन लोगों पर लागू होगी जिनकी सालाना आय दस करोड़ या उससे अधिक है.
Direct Tax Code की ख़ास बातें:
1. Exemption & Deduction ख़त्म: DTC लागू होने पर किसी भी प्रकार का exemption और deduction नहीं मिलेगा. यह पुराने कानून के साथ ख़त्म हो जायेगा. आपको पूरा tax भरना होगा. DTC में एक प्रावधान यह भी है की LIC से मिलने वाली राशि पर 5% tax लगेगा. जी हाँ. वो पालिसी जो आपने या आपके माता पिता ने दस पंद्रह साल पहले ली थी जो अब matured हो जाएगी, उसकी धनराशी पर flat 5% tax देना होगा. मान लीजिये अगर आपको एक करोड़ रुपये मिलने वाले है तो अब आपको सिर्फ 95 लाख ही मिलेंगे. पहले ऐसा नहीं था. पहले exemption था.
2. TDS / TCS: चर्चा यह भी है की हर तरह की कमाई पर Tax Deducted at Source या Tax Collected at Source लागू हो जाएगा.
3. Stock Market & Investment पर असर: Long term और Short term gains को अब normal income माना जायेगा. इससे भारतीय शेयर बाज़ार पर negative impact पड़ सकता है. हालाँकि STT (Securities Transaction Tax) को हटाने की चर्चा चल रही है.
4. Domestic & Foreign Companies पर टैक्स: देसी और विदेशी दोनों कंपनियों को अब एक जैसा टैक्स भरना पड़ेगा. यह एक positive point हो सकता है क्यूंकि इससे और ज्यादा विदेशी कंपनी भारत आएगी. फ़िलहाल देसी कम्पनी को 25% और विदेशी कंपनी को 40% tax भरना पड़ता है.
5. Capital gains: Capital gains को अब normal income के साथ जोड़ा जायेगा. अगर ऐसा होता है तो आपके tax slab का दायरा अपने आप बढ़ जायेगा. मतलब अगर आप 30% bracket में आते है तो अब वो बढ़कर 35% हो जायेगा.
6. Residential Status: मौजूदा Income Tax Act के तहत, आपके residential status को तीन नाम से जाना जाता है.
ROR – Resident and Ordinary Resident
RNOR – Resident but Not Ordinary Resident (उदहारण के लिए वो लोग जो मर्चंट नेवी में होते है. जो 180 दिन देश के बाहर काम करते है.)
NR – Non Resident
DTC लागू होने पर यह सब हट जायेगा और केवल दो चीज़े रहेगी – ‘Resident’ और ‘Non Resident’.
7. बिमा पर असर: आपको स्वास्थ्य या जीवन बीमा पर जो deduction मिलता था, वह भी हटा दिया जायेगा. वर्तमान में, स्वास्थ्य या जीवन बीमा पर maximum tax deduction 60 वर्ष से कम उम्र के करदाताओं (taxpayers) के लिए पच्चीस हजार प्रति वर्ष और 60 से अधिक उम्र वालों के लिए 50,000 प्रति वर्ष है. नए नियम के तहत आपको सीधा सीधा tax भरना होगा.
8. Assessment Year और Previous Year अब ख़तम: ITR भरते वक़्त अब केवल ‘Financial Year’ यही शब्द रहेगा.
9. Income Heads अब नए नाम के साथ: फिलहाल income tax में पांच heads है. उनमे से दो के नाम बदल दिए गए है. ‘Income from Salary’ का नया नाम होगा ‘Employment Income’ और ‘Income from Other Sources’ का नया नाम होगा ‘Income from Residuary Sources’.
10. Tax Auditor बढ़ जायेंगे: पहले केवल Chartered Accountant (CA) टैक्स ऑडिट करते थे. DTC लागू हो जाने पर अब Company Secretaries (CS) और Cost and Management Accountants (CMA) भी tax audit कर पाएंगे.
11. कोई बदलाव नहीं: Political Parties को मिलने वाला चंदा! उसपर पहले भी कोई कोई tax नहीं लगता था और DTC लागू होने के बाद भी नहीं लगेगा.
इसके आलावा और भी कुछ बातें है जो अगले साल बजट पेश होने पर पता चलेगी. यदि आपके पास Direct Tax Code को लेकर कोई सुझाव है जिसे आप वित्त मंत्रालय तक पहुँचाना चाहते है तो वह भी संभव है. इसके लिए आपको Income Tax की website पर जाना होगा और फिर आप अपना सुझाव उन्हें mail कर सकते है.