Salary से पैसे कैसे बचाए?

Salary से पैसे कैसे बचाए? कुछ ज़रूरी कदम उठाओगे तभी पैसे बचेंगे. वरना इस सवाल के पचास जवाब पढ़ लो कुछ नहीं होगा. हम चाहे प्राइवेट (private) job करे, या सरकारी, या फिर स्वयं का ही व्यवसाय क्यूँ ना हो, हम सभी को उस एक दिन का इंतज़ार रहता है जिसके लिए हम उनतीस दिन काम करते है. वो दिन है तनख्वाह का. जी हाँ, salary का दिन. किसी की पगार तीस तारीख को होती है तो किसी का एक तारीख को. लेकिन Salary मिलने के दो तीन बाद ही ऐसा लगने लगता है जैसे सारे पैसे ख़त्म हो गए. अब बस इतने ही बाकी है की आगे के 20-25 दिन गुज़र सके. उसमे भी कोई छोटी मोटी आर्थिक समस्या ना आ जाये वरना किसी से पैसे उधार लेना होगा. तो आइये उन मुद्दों को समझने की कोशिश करते है जिससे हमारी जेब में पैसा बच सकता है.

बजट – बिना बजट के कोई काम नहीं होता. बजट इसलिए ज़रूरी होता है ताकि फिजूलखर्ची ना हो. जिस काम की, जिस वस्तु की जितनी कीमत है वही मिलनी चाहिए. इसलिए सबसे पहले सभी ज़रूरी खर्चों की सूची तैयार करे. जैसे की राशन, पेट्रोल, सारे bills, बच्चों के कॉपी किताब इत्यादि. अब आप दूसरी सूचि बनाये जो ज्यादा ज़रूरी नहीं है. जैसे की रेस्तरां जाना, party करना, शराब, सिगरेट का सेवन व् इत्यादि. अब सूचि तैयार होने के बाद आपको एक अंदाज़ा आ जायेगा की पैसा कहाँ जा रहा है.

परिवहन (Transportation) – अगर आप office जाने के लिए टू व्हीलर या कार का प्रयोग करते है, तो जानते ही होंगे की पेट्रोल / डीज़ल के दाम कम होने का नाम ही नहीं लेते. ऐसे में एक पर्याय यह भी है की आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे की बस या local ट्रेन से सफ़र कर सकते है. इसका सही तरीके से उपयोग करना चाहते है तो एक महीने का पास बना लीजिये. इससे आपके पैसे ज़रूर बचेंगे.

OTT – यह बात सच है की बिना मनोरंजन के गुज़ारा नहीं होता. और आजकल मनोरंजन सेवाएं देने की होड़ लगी है. पहले केवल सिनेमा हाल, टी.व्ही. और यू ट्यूब हुआ करता था. अब दर्जनों OTT platforms हो गए है. वो तो चाहेंगे ही की हमें ज्यादा से ज्यादा ग्राहक मिले. यह हमारी भी जिम्मेदारी बनती है की हम सोच समझकर subscriptions ले. हो सके तो एक या दो ही ले और एक ही बार में पुरे साल का ले. बार बार पैसे देना महंगा पड़ जाता है.

Mobile सेवा – अगर आप postpaid sim इस्तेमाल करते है तो ज़रा चेक करे की पिछले तीन महीनो में आपका बिल कितना आया था. आपको data (डेटा) कितना मिल रहा है. अगर आप संतुष्ट है तो अच्छी बात है. अगर आपको लगता है बिल अधिक आ रहा है और data भी कम है तो किसी दूसरी कम्पनी से तुलना करके देखिये. आखिर पैसे हमें देना है तो सेवा भी पूरी मिलनी चाहिए.

Online Shopping – खर्च करना और ज़रूरत से ज्यादा खर्च करना, इन दोनों के बीच के में जो फर्क है उसे ही बेवजह खर्च करना कहते है. अक्सर देखा गया है की कुछ लोग Shopaholic होते है. कपडे खरीदना कोई बुरी बात नहीं है. लेकिन बेवजह खरीदते रहना और अलमीरा में उन्हें जमा करते रहना, समझदारी तो नहीं है. जब ज़रूरत हो तभी ख़रीदे. कई लोगों की अलमीरा में बोहोत से कपडे साल दो साल से पड़े है और वो कहते है मैंने इसे सिर्फ एक बार पहना है. बेवजह पांच सौ हज़ार रुपये खर्च करने से अच्छा है एक हफ्ता रोजाना फल खाए. इससे त्वचा में भी निखार आएगा और कपडे और भी सुन्दर लगेंगे.

Credit Card – आजकल युवाओं में credit card का चलन बोहोत बढ़ गया है. सबसे पहले credit card का महत्त्व समझे. यह इसलिए बना है की अगर किसी व्यक्ति को पैसों की किल्लत हो रही हो तभी आप इसका उपयोग कर सके. बोहोत से युवा credit card का इस्तेमाल बार बार इसलिए भी करते है ताकि नियमित रूप से पैसे भरकर अपनी credit limit बढ़ा सके. सलाह यही होगी की जितनी चादर है उतने ही पैर फैलाए. बेवजह फ़िज़ूल खर्ची ना करे.

निवेश (Investment) – वैसे तो निवेश करने के कई सारे विकप्ल है. जैसे की share market, mutual funds, SIP, gold, bonds, land वगैरह वगैरह. अगर आप प्रति माह थोड़ी थोड़ी राशि कही निवेश कर रहे है तो आप ना सिर्फ अपने पैसे बचा रहे है बल्कि उन्हें बढ़ा भी रहे है. पैसे खर्च करना, निवेश करना यह मानसिकता का खेल है. लम्बे समय तक नियमित रूप से निवेश करने पर बोहोत अच्छे नतीजे मिलते है. कोई व्यक्ति जिसे हम कंजूस कहते है, हो सकता है वो एक समझदार निवेशक हो. और जो व्यक्ति बेवजह पैसे खर्च करते रहता है, हो सकता है उसे अभी पैसों का महत्त्व पता चलने का हो.

Second Saving Account – हमारी आदत है की हम एक ही अकाउंट से सारे खर्चे संभालते है. छोटे बड़े सभी. सलाह होगी की एक और saving account बनाये. Salary होते ही इस नए अकाउंट में एक निर्धारित राशि जमा कर दे. इस अकाउंट का इस्तेमाल केवल bills और बाकी महत्वपूर्ण खर्चों का निपटारा करने के लिए ही करे. इससे आपको यह अहसास हमेशा रहेगा की जो प्रथम saving account है उसे सलीके से उपयोग करना है.

हर महीने पैसे बचाना यह लक्ष्य दो या तीन महीने में पूरा नहीं होगा. जब आप उपरोक्त लिखीं बातों का सख्ती से पालन करेंगे तभी आप उस मुकाम तक पहुँच पाएंगे, जब आप कहेंगे – हाँ, अब मेरे हर महीने कुछ पैसे बचना शुरू हो गए है. पैसों की बचत यह एक सोची समझी प्लानिंग से ही संभव है. पैसे बचाते वक़्त अवधि हमेशा बड़ी रखनी चाहिए. मान लीजिये आपका लक्ष्य एक महीने में पैसे बचाने का है, तो quarterly (तिमाही) बजट बनाकर चले. शुरुआत के एक दो माह आपको मुश्किल होगी. लेकिन उसके बाद नियमित रूप से आपके पैसे बचना शुरू हो जायेंगे.

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